इस में छात्रों को अद्भुत तरीके से याद करने की नयी टेक्निक्स बताई गई हैं. जो मस्तिष्क के व्यवहार के अनुरूप हैं.
ये तकनीकें, मस्तिष्क के काम करने के तरीके पर आधारित हें. हमारा मस्तिष्क इस तरह बना है कि वह, चित्रों को अधिक आसानी से याद रख सकता है. यदि उन चित्रों में रंग हों तथा उनके साथ कोई आवाज भी जुडी हो, मस्तिष्क के लिए उसे याद रखना बिलकुल आसान हो जाता है.
यदि वो चीज अजीबो गरीब भी हो तो फिर स्थायी रूप से याद रह जाती है. और यदि वो आपसे खुद से सम्बंधित हों तो मस्तिष्क उसे अत्यंत जरुरी चीज मान कर याद रखता है.
ये सिद्धांत सभी टीचर्स और माता पिता को याद होने चाहिए. टीचर्स को बच्चों को सभी पाठ इसी तरह पढ़ानेऔर सिखाने चाहिए. ताकि बच्चे खेल खेल में मनोरंजक तरीके से याद सकें और उन्हें पढ़ाई में आनंद आये. केवल रटते हुए पढाई करने से, पढाई बोझिल हो जाती है और पढाई से स्टूडेंट्स दूरी बना लेते हैं.
मस्तिष्क पुराने ज्ञान से जोड़ कर याद रखता है
परिचित को ही याद रखता है.
आविष्कार और अविष्कारक को याद करें
अंग्रेजी का शब्द ज्ञान बढ़ाएं
कोल्ड ड्रिंक्स के नुकसान
पौधों के वैज्ञानिक नाम
मेधावी छात्रों की आदतें